'सपने में देवी बोली बलि दे दो बच्चा ठीक हो जाएगा', देवरिया हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा
Shocking Revelation in Deoria Murder Case
Shocking Revelation in Deoria Murder Case: उत्तर प्रदेश के देवरिया में 12 साल की एक अबोध बच्ची हत्या से सनसनी फैल गई है. इस बच्ची की हत्या तंत्र मंत्र और अंध विश्वास के प्रभाव में आकर उसके ही मामा और मामी ने की है. आरोपी दंपत्ति ने यह वारदात देवी मां को बलि चढ़ाने के लिए किया है. मामला देवरिया के भटनी थाना क्षेत्र का है. 26 नवंबर की रात हुए इस ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा पुलिस ने महज पांच दिन के अंदर सोमवार को कर दिया है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
देवरिया के एसपी संकल्प शर्मा के मुताबिक 27 नवंबर की सुबह एक बच्ची का शव मिला था. इस बच्ची की पहचान भटनी में ही भरहे चौराहा के रहने वाले अवधेश यादव की 12 वर्षीय बेटी के रूप में हुई थी. अवधेश यादव यहां अपने रिश्तेदारी शादी में आए थे. यहीं पर उत्तराखंड से आए आरोपी शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सबिता भी आए हुए थे. देवरिया एसपी के मुताबिक उस समय तो मामला ब्लाइंड मर्डर केस का दर्ज हुआ था, लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो वारदात की परतें उधड़ने लगीं.
पकड़ी गई तो बोली- देवी माता ने दिया आदेश
उन्होंने बताया कि आरोपी दंपत्ति इस बच्ची के मामा और मामी लगते हैं. पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि आरोपी शेषनाथ की पत्नी सविता के सपने में नवरात्र के समय देवी मां आईं थी. सविता ने बताया कि उसका बेटा 22 साल का है और विक्षिप्त है. सपने में देवी माता ने आदेश दिया था कि किसी कुवांरी लड़की की बलि चढ़ाने पर उसका बेटा ठीक हो जाएगा. इसके बाद आरोपी शेषनाथ ने माता को बलि चढ़ाने का मंत्र यूट्यूब पर सीखा और जब इस शादी में भटनी पहुंचा तो यहां इस बच्ची को देखकर उसने बलि की योजना बनाई.
वारदात का खुलासा करने वाली टीम को इनाम
आरोपी दंपत्ति ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि जब परिवार के सभी लोग शादी के कार्यक्रम में व्यस्त हो गए. इस दौरान आरोपियों ने इस बच्ची को बहला फुसलाकर रोक लिया और मौका देखकर उसकी बलि चढ़ा दी. वारदात के बाद आरोपियों ने बच्ची के शव को शॉल में लपेट कर घर से थोड़ी दूरी पर फेंक आए थे. अगले दिन बच्ची का शव मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. अब मामले का खुलासा होने के बाद DIG गोरखपुर ने 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है.